श्री वेंकटेश मंदिर अयोध्या धाम जगतगुरु रामानुजाचार्य श्री झालरिया पीठाधीश्वर श्री श्री 1008 स्वामी घनश्यामाचार्य जी महाराज के कर-कमलों से जीर्णोद्धार एवं पूजन संपन्न
संजय यादव,अयोध्या।
धर्मनगरी अयोध्या में आध्यात्मिक गरिमा और भक्ति का अनुपम संगम देखने को मिला, जब जगतगुरु रामानुजाचार्य श्री झालरिया पीठाधीश्वर श्री श्री 1008 स्वामी घनश्यामाचार्य जी महाराज के पावन सानिध्य और उनके कर-कमलों द्वारा श्री वेंकटेश मंदिर, अयोध्या धाम का भव्य जीर्णोद्धार एवं पूजनोत्सव सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस ऐतिहासिक अवसर पर अयोध्या के प्रमुख संत-महंत और सभी धर्माचार्य उपस्थित थे, जिन्होंने इस पुनीत कार्य की शोभा बढ़ाई।
यह आयोजन श्री झरिया मठ, बड़ा स्थान, श्री वेंकटेश मंदिर, पोस्ट ऑफिस दिशा, राम पथ रोड, अयोध्या के व्यवस्थापक श्री श्याम सुंदर आचार्य जी के कुशल प्रबंधन में संपन्न हुआ। उनके अथक प्रयासों से यह जीर्णोद्धार कार्य न केवल समय पर पूरा हुआ, बल्कि मंदिर की प्राचीन भव्यता और आध्यात्मिक ऊर्जा को भी पुनः स्थापित किया गया। स्वामी घनश्यामाचार्य जी महाराज के आगमन से पूरे क्षेत्र में एक विशिष्ट आध्यात्मिक वातावरण निर्मित हुआ। उनके प्रवचनों और मार्गदर्शन ने उपस्थित श्रद्धालुओं को भाव-विभोर कर दिया। जीर्णोद्धार के पश्चात, मंदिर में विधि-विधान से पूजन और अनुष्ठान संपन्न हुए, जिसमें वैदिक मंत्रोच्चार और भजन-कीर्तन से वातावरण गुंजायमान हो उठा। इस अवसर पर अयोध्या के अनेक गणमान्य संत-महंतों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जिनमें विभिन्न अखाड़ों के प्रतिनिधि और प्रमुख मठों के पीठाधीश्वर शामिल थे। सभी ने स्वामी घनश्यामाचार्य जी महाराज के इस पुनीत कार्य की सराहना की और इसे अयोध्या के धार्मिक एवं सांस्कृतिक उत्थान में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। व्यवस्थापक श्याम सुंदर आचार्य जी ने बताया कि इस जीर्णोद्धार का मुख्य उद्देश्य मंदिर की प्राचीन संरचना को सुरक्षित रखते हुए उसे और अधिक भव्य और सुविधायुक्त बनाना था, ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु यहाँ आकर भगवान वेंकटेश का आशीर्वाद प्राप्त कर सकें। उन्होंने सभी सहयोगियों और उपस्थित धर्माचार्यों का आभार व्यक्त किया। यह आयोजन अयोध्या की धार्मिक परंपराओं को सुदृढ़ करने और यहाँ की आध्यात्मिक विरासत को आगे बढ़ाने में मील का पत्थर साबित हुआ। श्री वेंकटेश मंदिर अब एक बार फिर अपनी पूरी भव्यता के साथ श्रद्धालुओं के लिए खुला है, जो यहाँ आकर शांति और भक्ति का अनुभव कर सकते हैं।

Author: Rainbow News Hindustan
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