बारिश के बाद अक्टूबर,नवंबर में रामलला मंदिर पर होगा ध्वजारोहण का कार्यक्रम:चंपतराय
संजय यादव,अयोध्या।
राम मंदिर के राम दरबार की स्थापना के बाद राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने जानकारी दी है कि श्रद्धालुओं को राम दरबार के दर्शन के लिए अभी इंतजार करना होगा। राम दरबार 20 फीट की ऊंचाई पर बनाया गया है और वहां तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को 40 सीढ़ियां चढ़नी होंगी। बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए लिफ्ट बनाई जा रही है, जिसके निर्माण में समय लगेगा। प्राण प्रतिष्ठा और पूजन संपन्न । राम मंदिर में 8 मंदिरों में प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हो चुकी है। 3 और 4 जून को 12-12 घंटे तक पूजन किया गया था। राम मंदिर की यज्ञशाला में 9 कुंड बनाकर आहुतियां डाली गईं। प्रत्येक कुंड पर दो-दो गृहस्थ कार्यकर्ताओं को यजमान बनाकर पूजन संपन्न कराया गया। ये सभी गृहस्थ यजमान अयोध्या नगर के ही थे। पूजन में दो-दो संत भी शामिल थे। निर्माण कार्य में लगे लोगों का सम्मान । मंदिर निर्माण कार्य में लगे लोगों को भी पूजन में शामिल किया गया। टाटा लार्सन एंड टुब्रो, सोनपुर और पत्थर की नक्काशी करने वाले कारीगर, मूर्ति निर्माता, शिवलिंग समर्पित करने वाले और राम दरबार का निर्माण करने वाले कारीगरों को भी निमंत्रण दिया गया था। राम दरबार का निर्माण सत्य नारायण पांडे ने किया है, जबकि शेषावतार मंदिर का निर्माण जयपुर के कारीगर केशव द्वारा किया गया है। मध्य प्रदेश के साधु नर्मदानंद जी महाराज भी पूजन में शामिल हुए, जिनकी प्रेरणा से शिवलिंग आया था।
दर्शन के लिए इंतजार और निर्माण कार्य । राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि राम भक्तों को अभी परकोटा और राम दरबार में दर्शन के लिए इंतजार करना होगा क्योंकि परिस्थितियां अभी अनुकूल नहीं हैं। मंदिर परिसर में निर्माण कार्य चल रहा है और मशीनों का आवागमन जारी है। बरसात बीतने के बाद ही संभवतः जनता दर्शन कर पाएगी। पूर्णता की ओर निर्माण कार्य कल के कार्यक्रम के बाद यह कहा जा सकता है कि निर्माण कार्य पूर्णता की ओर है। मंदिर का आखिरी काम मंदिर के शिखर पर ध्वज का लगाया जाना होगा। मौसम अनुकूल होने पर मंदिर में ध्वजारोहण का कार्यक्रम संपन्न किया जाएगा। संभवतः अक्टूबर और नवंबर में मंदिर के शिखर पर ध्वज लगाया जा सकता है। तब तक मंदिर के छोटे-मोटे कार्य पूर्ण हो जाएंगे। सुरक्षा मानकों और लिफ्ट का इंतजार चंपत राय ने यह भी कहा कि परकोटा के मंदिरों के दर्शन में राम भक्तों को अभी थोड़ा धैर्य रखना होगा। 20 फीट ऊंचाई पर स्थित राम दरबार तक पहुंचने के लिए 40 सीढ़ियों को चढ़ना होगा। ऊपर जाने के लिए न्यूनतम आवश्यकता (लिफ्ट) का अभाव है, और लिफ्ट बनने में समय लगेगा। लिफ्ट लगाई जाने का कार्य चल रहा है, जिसका इंतजार किया जा रहा है। अभी कुछ अन्य सुरक्षा मानक भी अधूरे हैं। मंदिर के चारों ओर लोहे के पाइप का फ्रेम स्ट्रक्चर खड़ा है, जिस पर मजदूर चढ़कर ऊपर जाते हैं। राम दरबार और परकोटा में दर्शन की समय अवधि अभी निश्चित नहीं की जा सकती है, लेकिन प्रयास है कि जल्द ही भक्तों को दर्शन मिलें ।

Author: Rainbow News Hindustan
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