सनत कुमार दास को कंठी चद्दर तिलक देकर के कुशवाहा मंदिर का महंत बनाया।
संजय यादव,अयोध्या।
ऋणमोचन घाट स्थित कुशवंशीय भक्त वत्सल भवन कुशवाहा मंदिर के महंत बने सनत कुमार दास अयोध्या के संतो महंतों होने वैष्णो सनातन परंपरा के अंतर्गत सनत कुमार दास को कंठी चद्दर तिलक देकर के कुशवाहा मंदिर का महंत बनाया जिससे मंदिर में ठाकुर जी की सेवा सुचारू रूप से निरंतर चलती रहे और उत्सव सवैया समय-समय पर मंदिर की परंपरा के अनुसार मनाया जाता रहे। नवनियुक्त महंत सनत कुमार दास ने महाराज ने बताया कि अयोध्या के प्रतिष्ठित संतों महंतों में मणिरामदास छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास, चक्रवर्ती सम्राट दशरथ जी के राजमहल बड़ा स्थान के महंत बिंदुगद्याचार्य स्वामी देवेंद्रप्रसादाचार्य,बावन मंदिर के महंत वैदेही वल्लभ शरण, जानकी घाट बड़ा स्थान के महान जन्मेजय शरण, बड़ा भक्तमाल के महंत अवधेश कुमार दास, वेद मंदिर के महंत रामनरेश दास, श्री राम वल्लभा कुंज के अधिकारी राजकुमार दास, श्री राम आश्रम के महंत जय रामदास, परमहंस आश्रम के महंत गोविंद दास, तिवारी मंदिर के महंत महापौर गिरिशपति त्रिपाठी,श्री रामकृष्ण मंदिर के महंत गणेश आनंद दास, महंत उद्धव शरण, महंत राम मिलन शरण, जयसवाल मंदिर के महंत श्यामसुंदर दास, बधाई भवन के महंत राजीव लोचन शरण, महंत मनमोहन दाससहित दर्जनों संतों महंतों ने कंठी चद्दर तिलक देकर के कुशवाहा मंदिर का महंत बनाया संतो के दिशा निर्देशन में और मंदिर परंपरा के अनुसार मंदिर की सेवा निरंतर करता रहूंगा भोग राग उत्सव सवैया समय-समय पर होता रहेगा मंदिर से जड़े और अयोध्या में आने वाले भक्तों श्रद्धालुओं की सेवा सनातन परंपरा के अनुसार निरंतर करता रहूंगा मंदिर में गौ सेवा विद्यार्थी सेवा संत सेवा हमेशा चलती रहेगी।

Author: Rainbow News Hindustan
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