मनरेगा कार्यों में भ्रष्टाचार का आरोप, पीड़ित ग्रामीण ने डीएम को सौंपा शिकायती पत्र।
मया बाजार अयोध्या।
जनपद अयोध्या के विकासखंड मया बाजार की ग्राम पंचायत मया भीखी और सारंगपुर में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के अंतर्गत कराए गए निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार और अनियमितता का मामला सामने आया है। ग्राम मया भीखी निवासी पीयूष कुमार सिंह ने जिला अधिकारी को एक शिकायती प्रार्थना पत्र सौंपते हुए मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि वर्ष 2024-25 में ग्राम पंचायत मया भीखी में कराए गए दो इंटरलॉकिंग कार्य—इंटरलाकिंग से गुलाबा तक और नहर से लाला के पुरवा तक—व्यक्ति विशेष के निजी भू-खण्ड पर कराए गए हैं। यह भूमि गाटा संख्या 427, रकबा 0.2580 हेक्टेयर, करूणेश प्रताप सिंह के स्वामित्व में है, जहां आमजन का आवागमन नहीं होता। पीयूष सिंह का कहना है कि यह कार्य केवल निजी लाभ के उद्देश्य से सरकारी धन का दुरुपयोग कर किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि उक्त कार्यों के क्रियान्वयन में खंड विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी, लेखाकार, और संबंधित फर्म “परी इंटरप्राइजेज” की मिलीभगत से फर्जी दस्तावेज तैयार कर भुगतान किया गया है। बिल संख्या व तिथियों का ब्योरा भी प्रार्थना पत्र में दिया गया है।
इसके अतिरिक्त, ग्राम पंचायत सारंगपुर में अधूरे खेल मैदान निर्माण, इंटरलॉकिंग सड़क कार्यों में भी अनियमितताएं सामने आई हैं। शगुन कंस्ट्रक्शन नामक फर्म पर भी जीएसटी चोरी और फर्जी बिलिंग के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। शिकायतकर्ता ने दावा किया है कि बिल क्रमांक और तिथियों में विसंगति स्पष्ट रूप से कूट रचना और अनियमित निकासी की ओर संकेत करती है। पीयूष सिंह ने इस विषय पर कार्रवाई की मांग करते हुए कहा है कि यह केवल एक ग्राम पंचायत की कहानी नहीं है, बल्कि पूरी मनरेगा योजना की साख पर प्रश्नचिन्ह है।

Author: Rainbow News Hindustan
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