ललित मंडलेशा बने मुनि पुण्य बल विजय मारा साहिब
फालना,पाली
ललित भाई मंडलेशा मुंडारा/ जोगेश्वरी का आज दीक्षा का कार्यक्रम चरम शिष्य रत्न, मरुधर रत्न, गोडवाड़ के गौरव,जैन हिन्दी साहित्यकार दिवाकर पूज्यपाद आचार्य देव श्रीमद् विजय रत्नसेन सुरिश्वर जी मारासाहिब के सान्निध्य में 24 अप्रैल को सुबह 5:30बजे भद्रकर नगर में मुमुक्ष का गृह त्याग से प्रारंभ हुआ छह बजे दीक्षा मंडप में प्रवेश हुआ कार्यक्रम की जानकारी अमित मेहता फालना ने देते हुए बताया कि पाँच दिवसीय महोत्सव के चोथे दिन दीक्षा विधि का जैन धर्म के वैदिक मंत्रोच्चार से प्रारंभ किया गए जो 9 बजे तक चलती रही कार्यक्रम के समापन पर नूतन दीक्षाथी का नाम पुण्य बल विजय जी मारा साहेब का नाम मिला एवं महोत्सव के दौरान आमंत्रित मेहमानों की तीनों टाइम साधार्मिक भक्ति भी रही कार्यक्रम में गोडवाड़ के समस्त जैन धर्मावलंबी भाइयों की उपस्थिति रही महोत्सव के पांचवें एवं अंतिम दिन सुबह 9बजे जिनालय मे सतरभेदी पूजा का कार्यक्रम महिला मंडल फालना द्वारा किया जाएगा कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतू मंडलेशा परिवार ने उपस्थित समस्त जैन बंधुओं का आभार जताया।
