अयोध्या में अंजनेंय सेवा ट्रस्ट की अनूठी पहल: बंदरों की सेवा कर रच रहे सेवा की नई मिसाल
प्रभु श्रीराम के परम भक्त हनुमान की सेना माने जाने वाले बंदरों को प्रतिदिन कराया जा रहा है चना और केला का सेवन
अयोध्या धाम । भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या, जहां हर गली हर चौराहे पर भक्ति की धारा बहती है, वहीं अब एक अनूठी सेवा का उदाहरण बन रहा है अंजनेंय सेवा ट्रस्ट। जिस प्रकार गौ सेवा और संत सेवा को सनातन धर्म में विशेष स्थान प्राप्त है, उसी तरह इस संस्था ने बंदरों की सेवा को भी ईश्वरीय कर्तव्य मानकर एक सराहनीय पहल शुरू की है। यह सेवा श्रीराम लला सेवा सदन देवस्थान के पीठाधीश्वर जगद्गुरु डॉ. राघवाचार्य जी महाराज के मार्गदर्शन में प्रतिदिन नियमित रूप से की जा रही है। संस्था के सेवा सदस्यों द्वारा हर सुबह एक बड़ी पिकअप गाड़ी में भरकर केला और चना अयोध्या के विभिन्न हिस्सों में ले जाया जाता है, जहां खुले स्थानों में बड़ी संख्या में बंदरों को यह प्रसाद स्वरूप अन्न वितरित किया जाता है। हनुमान की सेना मानकर हो रही सेवा l जगद्गुरु डॉ. राघवाचार्य जी महाराज ने बताया कि ये बंदर केवल सामान्य जीव नहीं हैं, बल्कि इन्हें सनातन समाज भगवान श्रीराम के परम भक्त और संकटमोचन हनुमान जी की सेना के रूप में देखता है। अतः इनकी सेवा केवल दया या करुणा नहीं, बल्कि यह भी एक पुण्य कर्म है, जो प्रभु भक्ति की राह में एक सच्ची साधना है।प्रबंधक रमेश मिश्रा का सेवा संकल्प l संस्था के प्रबंधक रमेश मिश्रा उर्फ़ शिब्बू मिश्रा ने बताया कि स्वामी जी महाराज के नेतृत्व में जहां गौ सेवा, संत सेवा, और दीन-दुखियों की सेवा लगातार की जा रही है, वहीं अब बंदरों की सेवा को भी नियमित सेवा कार्यक्रम में शामिल कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि अंजनेंय सेवा ट्रस्ट द्वारा यह सेवा विगत कई महीनों से निरंतर चल रही है और यह तब तक जारी रहेगी जब तक प्रभु की कृपा बनी रहे।समाज को प्रेरणा देने वाला कार्य अयोध्या जैसे धार्मिक स्थल पर इस तरह की पहल न केवल धार्मिक भावनाओं को सम्मान देती है, बल्कि समाज को यह भी संदेश देती है कि हर प्राणी में ईश्वर का अंश होता है, और उनकी सेवा ही सच्ची भक्ति है। अंजनेंय सेवा ट्रस्ट की यह सतत और निःस्वार्थ सेवा निश्चित ही अन्य संगठनों के लिए एक प्रेरणास्रोत है। अयोध्या की पवित्र भूमि पर अंजनेंय सेवा ट्रस्ट द्वारा हनुमान जी की सेना माने जाने वाले बंदरों की सेवा वास्तव में एक ऐसा पुनीत कार्य है, जो धर्म, करुणा और सेवा भाव का संगम है।

Author: Rainbow News Hindustan
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